मुंशी प्रेमचंद की कहानी ‘बूढ़ी काकी’ का वाचन 

भारतीय उपमहाद्वीप की शीर्ष साहित्यिक कृतियों के सस्वर वाचन का जैसा संसार पाकिस्तान के अभिनेता ज़िया मुहीउद्दीन ने, रचा है और रच रहे हैं, वह बेमिसाल है। लंदन के रॉयल एकेडमी ऑफ़ ड्रामेटिक आर्ट्स से प्रशिक्षित ज़िया मोहीउद्दीन वाचन की इस विधा के अग्रणी व्यक्ति हैं। पाकिस्तान में उनके साहित्यवाचन की संध्याएं व्यापक आकर्षण का केंद्र हैं। इन संध्याओं में कविताओं, कहानियों, संस्मरणों, व्यंग्यों […]

18 साल की उम्र तक तुतलाते थे सत्यदेव दुबे 

अपनी विशिष्ट संवाद अदायगी और स्वर नियंत्रण के लिए अनुकरणीय नाटककार, अभिनेता और निर्देशक सत्यदेव दुबे ने खुद बताया कि वे 17-18 साल की उम्र तक तुतलाते थे। उनकी यह महत्वाकांक्षा बन चुकी थी कि एक दिन वे इस दोहे को ठीक से बोल सकेंगे – लाली मेरे लाल की जित देखूँ तित लाल  लाली देखन मैं गयी […]