‘गुफ्तगू’ के ज़रिये हम राज्य सभा टीवी पर एक ऐसा आस्वाद प्रस्तुत करने का प्रयास कर रहे हैं जिसमें किसी भी प्रकार की नाटकीयता और अतिशयता से अलग एक हार्दिक संवाद आपको मिल सके. इसमें हम उन सभी महत्वपूर्ण लोगों से बातें करते हैं जिनसे या तो हमारा समय और समाज प्रभावित हुआ है, हो रहा है या फिर ऐसा होने की संभावना दिखाई देती है. हमारे इस प्रयास को आप की तरफ से अब तक जैसा समर्थन, सहयोग और मार्गदर्शन मिला है उससे ऐसा लगता है कि टीवी चैनेल अपने दर्शकों की इच्छाओं की अनदेखी करते हैं. इस मामले में राज्य सभा टीवी की दूरदर्शिता और अपनी धरोहर के प्रति सम्मान की भावना ने गुफ्तगू को एक ऐसा गुलदस्ता बनाया है जिसकी खुशबू से मेरा खुद का मन आश्वस्त रहता है. मेरे पास हर रोज़ आने वाली मेल्स, फोन कॉल्स और विभिन्न माध्यमों से पहुंचने वाली सद्भावनाएं, मुझे और गुफ्तगू टीम को नयी ज़िम्मेदारियों से लैस करती हैं. मैं अपने डायस्पोरा के दर्शकों का भी ख़ास तौर पर शुक्रिया अदा करता हूं कि वे गुफ्तगू की उपादेयता के बारे में सक्रियता से हमें मेल लिखते हैं.